नेताजी सुभाष चंद्र बोस महाविद्यालय में गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की जयंती भव्यता पूर्वक मनाई गई।

लखनऊ: स्थानीय नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय अलीगंज में 02, अक्टूबर, 2025 को गांधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती भव्यता पूर्वक मनाई गई। इस बार समारोह का विषय: हमारा संविधान – हमारा स्वाभिमान रहा। सर्वप्रथम प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर विनीता लाल एवं सभी शिक्षकों कर्मचारियों द्वारा महात्मा गांधी लाल बहादुर शास्त्री एवं बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के चित्रों पर माल्यार्पण किया गया। इसके पश्चात महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा सर्वधर्म प्रार्थना के अंतर्गत गीता कुरान बाइबिल तथा गुरुग्रंथ साहब का पाठ किया गया। इसी के अंतर्गत गांधी जी के प्रिय भजन रघुपति राघव राजा राम तथा वैष्णव जन ते तेने कहिये का सस्वर वाचन किया गया। महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के शिक्षक डाक्टर विशाल प्रताप सिंह ने अपने संबोधन में गांधी जी एवं शास्त्री जी के जीवन दर्शन पर चर्चा करते हुए कहा कि दोनों महापुरुष समाज को जो भी शिक्षा देते थे उसे पहले अपने पर लागू करते थे। उन्होंने कहा कि गांधी जी सत्य के परम उपासक थे और अहिंसा का मार्ग ही सत्य का मार्ग है। गांधी जी का मानना था कि साधन और साध्य दोनों ही पवित्र होना चाहिए। गांधी के विचारों को दुनिया के अनेक देशों ने अपनाया। उन्होंने भारतीय संविधान की विशेषताओं मूल अधिकारों कर्तव्यों तथा नीति निर्देशक तत्वों की विस्तार से व्याख्या की। राजकीय महाविद्यालय श्रावस्ती से आए डाक्टर अतुल मिश्र ने भी गांधी दर्शन पर तथा महाविद्यालय की तेजस्विनी ने अपने विचार व्यक्त किए। डाक्टर भास्कर शर्मा ने ओजस्वी कविता पाठ किया। कार्यक्रमों की श्रृंखला की कड़ी में एन सी सी, रेंजर्स तथा एन एस एस की स्वयंसेवी छात्राओं द्वारा श्रमदान भी किया गया। छात्राओं तथा सभी शिक्षकों द्वारा प्रभात फेरी भी निकाली गई तथा वृक्षारोपण भी किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर विनीता लाल ने सभी के प्रति आभार प्रदर्शन करते हुए दोनों महापुरुषो को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम का संचालन डाक्टर उमा सिंह ने किया । इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी शिक्षक कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में छात्राएं मौजूद थी।