वार्डवासियों ने जिला कलेक्टर से आबादी बस्ती से डंपिंग स्टेशन हटाने की गुहार लगाई

- क्षेत्र में मच्छरों की भरमार, नगर परिषद की लेटलतिफी से लोग परेशान।
बालोतरा। शहर समेत संपूर्ण बालोतरा जिले में डेंगू, मलेरिया, बुखार व मौसमी बीमारियों का प्रकोप पिछले डेढ़-दो महिने से अपने चर्म पर है। राजकीय नाहका जिला चिकित्सालय बालोतरा की ओपीडी काफी दिनों 14-15 सौ के पार पहुंच चुकी है। ऐसे शहर के कई स्थानों पर गंदगी के ढेर लगे हुए है। प्रभावित शहरवासी नगर परिषद प्रशासन व सभापति से कई मौखिक व लिखित में शिकायत करने के बावजूद उनकी समस्याओं का सामाधान नही किया जा रहा है।
इसी क्रम में नगर के देशांतरियों का बास वार्ड संख्या 9 11, व 13 के एकदम बीचो बीच एक खाली और खुले रहवासीय भूखण्ड में वार्डवासियों व सफाई कर्मियों ने कचरा डाल-डाल कर वहां पर डंपिंग स्टेशन स्टेशन बना दिया है। भूखण्ड में पसरे कचरे व गंदगी के चलते दुर्गंध से लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। इसके अलावा मच्छरों की भरमार के कारण डेंगू, मलेरिया, बुखार सहित विभिन्न मौसमी बीमारियों के फैलने का अंदेशा हरदम बना रहता है। नगर परिषद प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन वार्डों में आज तक न तो फोगिंग स्प्रे करवाया गया और न ही किसी प्रकार की गोली दवाई का वितरण किया गया है।
गौरतलब है कि वार्ड संख्या 13 सभापति सुमित्रा जैन का है। समस्या से इस वार्ड के परेशान जागरूक लोगों ने इस समस्या के संबंध में नगर परिषद प्रशासन व सभापति को मौखिक व लिखित में शिकायत की। मगर न तो नगर परिषद प्रशासन इस समस्या का समाधान कर रहा है और न ही सभापति इनकी बात पर ध्यान दे रही है। आखिर थक हार कर प्रभावित वार्डों के जागरूक लोगों ने जिला प्रशासन की शरण लेते हुए उक्त समस्या के संबंध में जिला कलेक्टर से शिकायत कर लापरवाह नगर परिषद प्रशासन को वार्डवासियों की इस ज्वलंत समस्या समाधान के लिए पाबंध कर तुरंत प्रभाव से खुले भूखण्ड से कचरा संग्रहण केन्द्र (डंपिंग) स्टेशन को हटाने की गुहार लगाई है।
वार्डवासियों ने चेतावनी भरे लहजे में बताया कि अगर समय रहते आबादी बस्ती से पिछले एक साल से बने इस डंपिंग को हटाने की कार्यवाही हो जाती है तो ठीक है, अन्यथा प्रभावित वार्डों के लोगों को आन्दोलन करने पर मजबूर होना पडे़गा, जिसकी तमाम जिम्मेदारी संबंधित सभी सरकारी विभागों के कारिन्दों की रहेगी।