आयुर्वेद विश्वविद्यालय के होम्योपैथी महाविद्यालय में सी पी आर का हुआ प्रशिक्षण।

डॉ राजेन्द्र तातेड ने कार्डियो-पल्मोनरी रिससीटेशन(सीपीआर) का छात्रों को दिया प्रशिक्षण
जोधपुर 18.11.24
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन् राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जोधपुर के कुलपति प्रो. (वैद्य) प्रदीप कुमार प्रजापति की प्रेरणा से संघटक यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ होम्योपैथी, जोधपुर में कार्डियो-पल्मोनरी रिससीटेशन(सीपीआर) प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 18.11.2024 सोमवार को यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ होम्योपैथी, जोधपुर में किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. गौरव नागर ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए इस प्रशिक्षण की महत्ता बताई एवं डॉ. राजेश कुमार कुमावत ने बताया कि राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग (एन सी एच) के निर्देशानुसार कार्डियो-पल्मोनरी रिससीटेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम जोधपुर के प्रख्यात सीपीआर विशेषज्ञ डॉ. राजेन्द्र तातेड़ ने विश्वविद्यालय की आंगिक संस्था में नवप्रवेशित बीएचएमएस प्रथम वर्ष बैच 2024-25 के 53 छात्र-छात्राओं को सीपीआर विधा का अभ्यास करवाया।
डॉ. तातेड़ ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में सीपीआर की महत्ता बतायी हृदयाघात, विद्युत आघात, पानी में डूबे हुए व्यक्ति, श्वास नली में भोजन फँस जाने जैसे स्थिति में रोगी पर प्राथमिक उपचार के रूप में सीपीआर तकनीक वास्तविक प्रदर्शन कृत्रिम मानव डमी पर बताया। वयस्क, 3 माह से 3 वर्ष एवं 3 वर्ष 13 वर्ष के आयु मे किये जाने वाले सीपीआर तकनीकों से अवगत करवाया। डॉ. तातेड़ ने बताया की इस तकनीक के लिए व्यक्ति का चिकित्सा विज्ञान से जुड़ा होना ही आवश्यक नहीं है इसे सामान्य व्यक्ति भी समुचित अभ्यास से सीख सकता है। अवसर पर नवागन्तुक छात्र-छात्राओं की सीपीआर प्रशिक्षण से सम्बन्धित प्रश्नों व गलत धारणाओं का समाधान भी किया।
यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ होम्योपैथी के प्राचार्य डॉ. गौरव नागर ने कार्यक्रम के समापन पर डॉ. राजेन्द्र तांतेड का धन्यवाद ज्ञापन किया व प्रशिक्षण में डॉ. राजेश कुमार कुमावत, डॉ. अजय कुमार जाटोलिया, डॉ. नितेश जागिड़, डॉ. राकेश कुमार मीना प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित रहे।