रेल कर्मियों को दिए तनाव मुक्त रहने के टिप्स | मंडल कार्यालय पर रेल कर्मियों के लिए स्ट्रेस मैनेजमेंट शिविर का आयोजन

डीप ब्रीदिंग (गहरी सांस लेने) की तकनीक अपनाएं-डॉ नेभिनानी
जोधपुर, 11 फरवरी। उत्तर पश्चिम रेलवे जोधपुर मंडल के सभागार कक्ष में मंगलवार को स्ट्रेस मैनेजमेंट (तनाव मुक्त) शिविर का आयोजन किया गया। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विकास खेड़ा ने बताया कि मंडल रेल प्रबंधक पंकज कुमार सिंह के निर्देशन में इस शिविर का आयोजन किया गया जिसमें मनोचिकित्सा आचार्य एवं विभागाध्यक्ष डॉ. नरेश नेभिनानी द्वारा कार्यस्थल पर तनाव कम करने के उद्देश्य के साथ रेल कर्मचारियों के लिए वर्कशॉप आयोजित की गई। उन्होंने प्रेजेंटेशन के माध्यम से विभिन्न प्रकार के सेल्फ केयर टिप्स, स्ट्रेस को कम करने के लिए बताएं।
मंडल रेल प्रबंधक पंकज कुमार सिंह ने बताया कि इस शिविर में जोधपुर एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) के मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. नरेश नेभिनानी ने रेल कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान तनाव मुक्त रहने और स्वस्थ रहने के लिए कुछ उपयोगी टिप्स दिए। डॉ नरेश नेभिनानी ने बताया कि नियमित व्यायाम करें, संतुलित आहार लें, पर्याप्त नींद लें, सकारात्मक सोच अपनाएं व नकारात्मक विचारों से बचें और आत्मविश्वास बनाए रखें। इसके साथ ही कर्मचारी तनाव प्रबंधन तकनीकों का प्रयोग करें, जिसमें डीप ब्रीदिंग (गहरी सांस लेने) की तकनीक को अपनाएं। समय-प्रबंधन को बेहतर बनाएं ताकि काम का दबाव न बढ़े। अपने सहकर्मियों के साथ सकारात्मक बातचीत करें। उन्होंने कहा ये सुझाव कर्मचारियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करेंगे, जिससे वे कार्यस्थल पर अधिक ऊर्जा और उत्साह के साथ काम कर सकेंगे।
इस वर्कशॉप में अपर मंडल रेल प्रबंधक राकेश कुमार, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस आर बुनकर, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विकास खेड़ा, मंडल कार्मिक अधिकारी इंचार्ज अभिषेक गांधी सहित रेल कमियों ने वर्कशॉप के दौरान अपने-अपने अनुभवों को साझा किया। इस दौरान डीआरएम पंकज कुमार सिंह, वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर/टीआरडी विपिन कुमार एवं कार्मिक अधिकारी नरेंद्र सिवासिया ने कर्मचारी तनाव मुक्त कैसे रहें पर अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर मंडल के वरिष्ठ अधिकारीगण सेफ्टी से जुड़े रेलकर्मी, सभी शाखों के कार्यालय अधीक्षक कर्मचारीगण उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम के सफल संचालन की भूमिका सहायक कार्मिक अधिकारी नरेंद्र सिवासिया, कल्याण निरीक्षक रामेश्वर दास और प्रताप की रही।