भारतीय रेलवे ने इस वर्ष स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान 45.20 करोड़ वर्ग मीटर क्षेत्र में व्यापक स्वच्छता अभियान चलाया

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भारतीय रेलवे में स्वच्छता पहलों में 450,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया

भारतीय रेलवे ने स्वच्छता पखवाड़ा अभियान में 263,000 से अधिक पौधे लगाए

2259 कूड़ा-कचरा मुक्ति अभियान चलाए गए, जिनमें 12,609 लोगों को दंडित किया गया और 177133 लोगों को रेलवे परिसर में कूड़ा-कचरा न फैलाने के लिए सलाह दी गई

इस वर्ष रेलवे स्टेशन के आस-पास तथा शहरी/अर्ध-शहरी क्षेत्रों में स्थित रेल पथ के आसपास के क्षेत्रों में सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया

भारतीय रेलवे अपनी थीम ‘स्वच्छ रेल, स्वच्छ भारत’ के साथ हमेशा से ही केन्द्र सरकार के स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) का एक प्रमुख साझेदार रहा है और इसने यात्रियों के लिए स्वच्छ और अधिक स्वास्थ्यकर यात्रा अनुभव सुनिश्चित करने के लिए व्यापक पहलें की है।

पखवाड़ा अवधि के दौरान, भारतीय रेलवे की इकाइयों ने पौधा रोपण अभियान, स्वच्छ संवाद, स्वच्छ रेलगाड़ी, स्वच्छ स्टेशन, स्वच्छ परिसर, स्वच्छ आहार, स्वच्छ प्रशाधन आदि जैसी दिनवार योजना/गतिविधियां कीं। इस वर्ष शहरी/अर्धशहरी क्षेत्रों में पड़ने वाले रेलवे स्टेशन और पटरियों के आसपास के क्षेत्रों में स्थित रेलवे ट्रैक को साफ-सुथरा रखने, नालियों तथा शौचालयों की सफाई, रेलवे कॉलोनियों, रेलवे भवनों/प्रतिष्ठानों आदि को स्वच्छ रखने पर विशेष ध्यान दिया गया।

स्वच्छता पखवाड़ा 2024 के दौरान, भारतीय रेलवे ने सफाई के संबंध में उल्लेखनीय कार्य किया है। विवरण निम्नानुसार है:-

पखवाड़ा के दौरान 7285 स्टेशनों, 2754 ट्रेनों और 18331 कार्यालयों में व्यापक सफाई की गई।
45.20 करोड़ वर्ग मीटर क्षेत्र की सफाई की गई।
कुल 20,182 किलोमीटर लंबी पटरियों की सफाई की गई।
स्वच्छता अभियान/श्रमदान गतिविधियों में 465723 लोगों ने हिस्सा लिया।
अभियान के दौरान 1,17,56,611 मीटर नालियों की सफाई की गई।
यात्रियों की जागरूकता के लिए, 821 स्थानों पर नुक्कड़ नाटक आयोजित किए गए।
भारतीय रेलवे में 2259 कूड़ा-कचरा मुक्ति अभियान चलाए गए, जिनमें 12,609 लोगों को दंडित किया गया और 177133 लोगों को रेलवे परिसर में कूड़ा-कचरा न फैलाने के लिए सलाह दी गई।
1541 स्वच्छता जागरूकता वेबिनार/सेमिनार आयोजित किए गए, जिनमें 66,188 लोगों ने भाग लिया।
इस अभियान के दौरान, 2,63,643 पौधे लगाए गए।
पखवाड़े के दौरान, रेलवे वर्कशॉप में 5400 टन स्क्रैप एकत्र किया गया।
पखवाड़े के दौरान, कुल मिलाकर 4619 टन कचरा एकत्र किया गया।
710 टन प्लास्टिक कचरा हटाया गया।
19,759 डस्टबिन लगाए गए।
फीडबैक तंत्र के एक हिस्से के रूप में, स्वच्छता के स्तर के बारे में यात्रियों से 50,276 एसएमएस/प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुईं।
लगभग 2597 स्थानों पर स्वच्छ आहार अभियान शुरू किए गए और लगभग 6960 खाद्य स्टालों की बहुत अच्‍छी तरह सफाई की गई। इसी प्रकार, लगभग 4478 स्थानों पर स्वच्छ नीर अभियान शुरू किए गए और लगभग 17579 वाटर बूथों की सफाई की गई।
452 स्टेशनों पर ‘वेस्ट टू आर्ट’ सेल्फी पॉइंट बनाए गए।

प्रत्येक रेलवे कर्मी ने पूरे मन से इस अभियान में भाग लिया, जिसमें लगभग 2100 कार्य योजनाएं और 3250 विभिन्न प्रकार की स्वच्छता गतिविधियां उपरोक्त दिनवार योजनाओं के अंतर्गत आयोजित की गईं, जैसे कि स्वच्छता पखवाड़ा का लोगो और बैनर तथा इनको रेलवे की वेबसाइट पर पोस्ट किया गया, यात्रियों की जागरूकता के लिए ट्रेनों/स्टेशनों में कचरे के उचित निपटान के लिए ट्रेनों/स्टेशनों में घोषणा की गई, जागरूकता बढ़ाने के लिए “स्वच्छ रेल स्वच्छ भारत” के नारे के साथ प्रभात फेरी निकाली गई, यात्रियों की जागरूकता के लिए रेलवे स्टेशनों पर गैर सरकारी संगठनों, धार्मिक निकायों और स्कूली बच्चों की मदद से नुक्कड़ नाटक आयोजित किए गए, आईईसी के माध्यम से लोगों को स्टेशनों के पास के क्षेत्रों, रेल पथ पर, यार्ड या डिपो परिसर में खुले में शौच से बचने के लिए प्रोत्साहित किया गया, यात्रियों के लिए स्वच्छता पर क्या करें/क्या न करें के पोस्टर प्रदर्शित किए गए, रेलवे परिसरों (स्टेशनों, रेलगाड़ियों, रेलवे कॉलोनियों, विश्राम/प्रतीक्षा कक्षों, विश्राम गृह और डॉर्मीट्री कैंटीन, स्टेशन परिसर में और उसके आसपास के खाद्य स्टॉलों) की अच्‍छे ढंग से सफाई की गई।

हर वर्ष की तरह स्वच्छता पखवाड़ा की शुरुआत से ही भारतीय रेलवे हर साल सच्ची भावना के साथ स्वच्छता पखवाड़ा मनाता रहा है। इस वर्ष, भारतीय रेलवे ने 1 अक्टूबर से 15 अक्टूबर 2024 तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाया।

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सतीश कुमार ने 1 अक्टूबर, 2024 को रेल भवन के कॉन्फ्रेंस हॉल से स्वच्छता की शपथ दिलाकर स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम की शुरूआत की। श्री कुमार ने रेलवे अधिकारियों को अपने परिवेश को स्वच्छ रखने के लिए प्रोत्साहित किया और उनसे आग्रह किया कि हमें केवल इस पखवाड़े के अभियान के दौरान ही स्वच्छता की आदतों को सीमित नहीं रखना चाहिए, बल्कि हमें पूरे साल ऐसा करना चाहिए। लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए रेलवे बोर्ड के अधिकारियों द्वारा एक नाटक का आयोजन भी किया गया। ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत, रेल भवन में आयोजित उद्घाटन समारोह में रेलवे अधिकारियों के बीच लगभग 2,000 पौधे वितरित किए गए। स्वभाव स्वच्छता – संस्कार स्वच्छता विषय पर निबंध प्रतियोगिता के विजेता को रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा पुरस्कृत किया गया। स्वच्छता गतिविधियों में लगे रेलवे बोर्ड के कर्मियों के लिए एक स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 120 कर्मियों शामिल हुए।

भारतीय रेलवे हमेशा ऐसे अभियानों को ‘पूरे समाज के दृष्टिकोण’ के साथ चलाने का प्रयास करता है, जिसमें लोगों की भागीदारी पर बल दिया जाता है और इस तरह ‘स्वच्छता हर आदमी का काम’ बन जाता है। भारतीय रेलवे स्वच्छता और सफाई के उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान की गई पहलों को सभी के लिए स्वच्छ, हरित और अधिक सतत यात्रा का अनुभव सुनिश्चित करने के लिए लागू किया जाना जारी रहेगा।

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