हमारे पूर्वजों ने अपने पुरुषार्थ से क्षात्र धर्म का किया पालन – रणधा।*

बालोतरा जिले के धनवा गांव स्थित श्री भोळाराम जी महाराज मंदिर परिसर में आयोजित श्री क्षत्रिय युवक संघ के सात दिवसीय माध्यमिक प्रशिक्षण शिविर का आज हुआ समापन। इस अवसर पर शिविरार्थियों को संबोधित करते हुए शिविर प्रमुख प्रेम सिंह रणधा ने बताया कि हमनें यहां सात दिन शिविर में अपने तमोगुणों को हविष्य के रूप में महाहवन में आहुत किया। हमने सद्गुणों को आत्मसात करने का अपने पुरुषार्थ से नियमित अभ्यास किया। हमारे पूर्वजों ने अपने अनुपम पुरुषार्थ से क्षात्र धर्म का पालन किया। भगवान राम ने राक्षसों को मारने के लिए किसी के सामने झोली नहीं फैलाई, राम ने जंगल में असंस्कृत लोगों को संयोजित कर राक्षसों के राजा रावण का वध किया। एक भाई पांडु की संतान धर्म के साथ व धृतराष्ट्र की संतान अधर्म से आच्छादित थे। तब हमने स्वयं हमारे अधर्मी भाइयों का समूल विनाश किया। भगवान कृष्ण स्वयं धर्म की राह पर चलने वालों के सारथी बनें। हमने यहां सात दिन क्षात्र धर्म के गुणों का अभ्यास किया।
सात दिन चले इस शिविर में कुल 70 स्वयंसेवकों ने प्रातः 4.30 बजे से रात्रि 10 बजे तक दैनिक जागरण, यज्ञ,खेल, बौद्धिक, चर्चा,प्रशनोतरी, सांस्कृतिक कार्यक्रम, विनोद सभा, शिविर अनुभव, प्रेरक सहगीत व प्रेरक कहानीयों के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त किया।संभाग प्रमुख मूलसिंह काठाड़ी के अलावा इस शिविर में शिविरार्थियों को संस्कार आदि का प्रशिक्षण देने के लिए प्रात प्रमुख गोविंद सिंह गुंगङी,मूल सिंह चान्देसरा,मनोहर सिंह सिणेर, भैरू सिंह पादरू,हिन्दू सिंह सिणेर, सुमेर सिंह कालेवा, जीवराज सिंह दाखां,थान सिंह खबडाला,पेप सिंह कुण्डल आदि पथक शिक्षक व घटप्रमुख के रूप सात दिन तक उपस्थित रहे। शिविर के समापन के उपरांत शिविरार्थियों को भोळाराम जी महाराज मंदिर धनवा के महंत जालाराम जी महाराज का सान्निध्य प्राप्त हुआ।