• October 3, 2025

शारदीय नवरात्र अनुष्ठानों की पूर्णाहुति, यजमानों ने आहुतियां देकर कमाया धर्मलाभ

 शारदीय नवरात्र अनुष्ठानों की पूर्णाहुति, यजमानों ने आहुतियां देकर कमाया धर्मलाभ
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सड़लानाडाधाम पर अनेक उपासक रहे साधना-उपासना में लीन, विजयादशमी पर किया शस्त्र पूजन

भजनों की सरिता में रात भर डूबकी लगाते रहे श्रोता

बालोतरा। शारदीय नवरात्रा को लेकर निकटवर्ती लालाणा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर स्थित श्री सुभद्रा माताजी एवं मामाजी महाराज का धाम सड़लानाडा पर गादीपति महंत भुवनेश्वरपुरी महाराज के सानिध्य में आयोजित हुए विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों की पूर्णाहुति बुधवार को विद्वान आचार्यों और काशी से आये वेदपाठी ब्राह्मणों के मुक्तकंठ से वैदिक मंत्रोचारण के साथ यजमानों की मौजूदगी आहुतियां दिलवाकर संपन्न हुई। इस अवसर पर भक्त-भाविकों ने यज्ञवेदी में आहुतियां देकर घर में सुख-समृद्धि, अमनचेन-आपसी भाईचारा, विश्व कल्याण और शांति की कामना की। वहीं गुरुवार को बुराई पर अच्छाई, असत्य पर सत्य की जीत के प्रतीक पर्व दशहरा (विजयदशमी) पर विधि पूर्वक शस्त्र पूजन किया गया।
नवरात्रा के दौरान शक्ति की अधिष्ठात्री मां दुर्गा की साधना-आराधना के साथ 9 दिनों तक चले विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान विधि-विधान पूर्वक संपादित हुए। इस दौरान सड़लानाडाधाम पर हजारों श्रद्धालुओं ने शक्ति स्वरूपा सुभद्रा माता व मामाजी महाराजा के चरणों में धोक लगाई तथा पूजा-अर्चना एवं साधना-आराधना कर आध्यात्मिक लाभ प्राप्त किया। इस दौरान मंदिर पर आयोजित हुए विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों में सुबह से लेकर देर रात तक सैकडो़ं श्रद्धालुओं ने उत्साह व उमंग के साथ शिरकत कर सनातन धर्म के प्रति श्रद्धा और आस्था का परिचय दिया।

गादीपति महंत भुवनेश्वरपुरी महाराज ने बताया कि सड़लानाडाधाम पर घट स्थापना के साथ आरंभ हुए 9 दिवसीय दुर्गा पूजा-अर्चना व नवचंडी यज्ञ का समापन बुधवार देर रात शुभवेला में पूर्णाहुति के साथ हुआ। उन्होंने बताया कि नवचंडी यज्ञ प्रमुख आचार्य अनु महाराज के निर्देशन में आचार्य मनीष व्यास, आचार्य पंकज शास्त्री तथा काशी से पधारे विद्वान वेदपाठी ब्राह्मण मोहित, गर्वित दुबे के उन्नमुख कंठ से शुद्ध संस्कृत भाषा में वैदिक मंत्रोचारण के साथ यजमान धर्मलाभ प्राप्त कर अपने आपको सौभाग्यशाली समझा।
महंत श्री ने बताया कि शारदीय नवरात्र के दौरान सड़लानाडा धाम पर श्रद्धालुओं के आने का सिलासिला भोर की पहली किरण के साथ ही शुरू हो जाता था, जो देर रात तक निर्बाद्ध रूप से जारी रहा। प्रतिदिन सैकडो़ं भक्त-भाविकों ने सुभद्रा माता व मामाजी महाराज को धोक लगा पूजा-आर्चना की तथा घर में सुख-समृद्धि, आपसी भाईचारा, अमनचेन व खुशहाली की कामना की। इस दौरान मंदिर में बडी़ संख्या में शक्ति की देवी मां दुर्गा के उपासक मनुष्य रूपी जीवन के कल्याणार्थ साधना में लीन रहे।
इस अवसर पर पूर्व सरपंच हेमाराम चौधरी, भेराराम तरक, हनुमानसिंह, देवीसिंह भाटी, नरेन्द्रसिंह, मुकेश, बगदाराम प्रजापत, घेवरराम चौधरी, हीराराम, लक्ष्मण, जगदीश चौधरी, पीराराम तरक, हड़मानाराम काग, चुतराराम चौधरी, राजूगिरी गोस्वामी, भेराराम सेन, नेनाराम माली, धनाराम चौधरी धवा व जेताराम माजीराणा सहित बडी़ संख्या में श्रोता उपस्थित थे।

हवन-यज्ञ की पूर्णाहुति, आहुतियां देकर सैकडो़ं श्रद्धालुओं ने कमाया धर्मलाभः
आचार्य मनीष व्यास ने बताया कि श्री सुभद्रा माताजी एवं मामाजी महाराज का धाम सड़लानाडा, लालाणा के गादीपति एवं श्री निम्बेश्वर हाथीबंद महादेव मठ खारवा-जेठंतरी के मठाधिपति महंत भुवनेश्वरपुरी महाराज के सानिध्य में 9 दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान नवचण्डी यज्ञ, दुर्गा हवन, श्रीसुत लक्ष्मी हवन, चतुष्टी योगीनी, वास्तु नवग्रह शांति व स्थानदेवता की आहुतियां के बाद पूर्णाहुति हुई। उन्होंने बताया कि यज्ञ की पूर्णाहुति के बाद धाम पर गुरुवार विजय दशमी से अखण्ड रामायण पाठ शुरू हुआ। इस दौरान सड़लानाडा धाम पर मंत्रोचारण के साथ विधि-विधान पूर्वक गादीपति महंत ने शस्त्र पूजन किया।

सुमधुर भजनों पर झूमे श्रद्धालू श्रोताः
कोटवाल गणेशाराम देवासी व मेहराराम काग ने बताया कि शारदीय नवरात्रा के उपलक्ष में सड़लानाडाधाम पर चला भक्ति-संगीत कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालुओं ने शिरकत कर क्षेत्रीय गायकों के सुमधुर भजनों का आनंद लिया। इस दौरान क्षेत्रीय भजन गायकों ने गणपति, गुरु वंदना, सुभद्रा माताजी, मामाजी महाराज, हेली-फकीरी व सोरठ सहित विभिन्न देवी-देवताओं के जीवन पर आधारित सुमधुर भजनों की प्रस्तुति पर परिसर में उपस्थित श्रद्धालु श्रोताओं ने नाचते-गाते व नाचते-झूमते नजर आये।

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