भव्य माँ काली उत्सव, छप्पन भोग प्रसादी व नृत्य नाटिका ने बांधा समा, डॉ० संदीप रहे मुख्य चरण सेवक

झाँसी। नवरात्रि पर्व पर माँ काली के भव्य आयोजनों की छटा देखते ही बनी। जय माँ काली उत्सव समिति कृष्णा टॉकीज के पीछे, कैंट सदर बाजार में दूसरे वर्ष छप्पन भोग प्रसादी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य चरण सेवक समाजसेवी डॉ. संदीप सरावगी को पटका पहनाकर, माला व तिलक लगाकर सम्मानित किया गया। समिति के पदाधिकारियों में पंडित आलोक तिवारी, अध्यक्ष सैंकी कनौजिया, राजेश सक्सेना, प्रेम सोनकर, यश कनौजिया, अरविंद रैकवार, रोहित कुशवाहा, मानव कनौजिया, अभिषेक अग्रवाल ‘काका’, आर्यन अग्रवाल एवं अखंड अरोड़ा सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।
वहीं बांधव समिति (165 वर्षों से स्थापित) द्वारा कालीबाड़ी प्रांगण, सदर बाजार में महानवमी की पूजा धूमधाम से सम्पन्न हुई। प्रातः 9 बजे पूजा व पुष्पांजलि पुरोहित दिलीप राय ने सम्पन्न करवाई। दोपहर 1 बजे केला, कुम्हड़ा एवं गन्ने की बलि दी गई। सायं 7:30 बजे आरती व धूनुची नृत्य का आयोजन हुआ तथा रात 9 बजे कोलकाता से आए राहुल नृत्यांगन ग्रुप ने गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर रचित नृत्य नाटिका “शाप मोचन” का शानदार मंचन किया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
इस दौरान समिति के अध्यक्ष प्रदीप मुखर्जी, महासचिव अजीत कुमार राय, पूजा सचिव अरुणेश मोइत्रा, सांस्कृतिक सचिव रवि शंकर चटर्जी सहित निलय कुमार बोस (जिला मंत्री, विश्व हिन्दू परिषद), प्रदीप तरफदार, शिव शंकर चटर्जी, प्रभात तरफदार, बादल मुखर्जी, केशव घोष, अंशुमान चटर्जी आदि मौजूद रहे।
आयोजनों में मुख्य चरण सेवक समाजसेवी डॉ. संदीप सरावगी ने अपने उद्बोधन में कहा कि ऐसे सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजन समाज में आपसी एकता और श्रद्धा का भाव जगाने का कार्य करते हैं। परंपराओं का संरक्षण ही हमारी संस्कृति की सबसे बड़ी पहचान है। इस अवसर पर संदीप नामदेव, अनुज प्रताप सिंह, रामवतार राय, सुशांत गुप्ता, वसंत गुप्ता, राजू सेन अहिरवार महेंद्र रैकवार आदि उपस्थित रहे।