शारदीय नवरात्रा अनुष्ठानों का पूर्णाहुति समापन, गुरुवार को विजयादशमी पर होगा शस्त्र पूजन

जसोल। बालोतरा।
विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान, जसोल में शारदीय नवरात्रा पर्व का दसवां दिवस (नवमी) बुधवार को अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया। मंदिर प्रांगण में दिनभर श्रद्धालुओं की आस्था का जनसैलाब उमड़ा रहा। श्रद्धालुओं ने श्री राणीसा भटियाणीसा सहित श्री बायोसा, श्री सवाईसिंह जी, श्री लाल बन्ना सा, श्री खेतलाजी एवं श्री काला-गौरा भैरूजी जी के दर्शन कर परिवार की सुख-समृद्धि की मंगलकामनाएं की।
विगत नौ दिनों से मां जसोल के असंख्य भक्तों की सम्पूर्ण मनोकामना पूर्ति हेतु संकल्प के साथ चल रहे धार्मिक अनुष्ठानों का बुधवार को विद्वान आचार्यों एवं पंडितों द्वारा पूर्णाहुति के साथ समापन हुआ। इस अवसर पर संस्थान अध्यक्ष रावल किशन सिंह जसोल, समिति सदस्य गुलाबसिंह डंडाली एवं कुंवर हरिश्चंद्र सिंह जसोल ने विशेष पूजा-अर्चना की।
पूर्णाहुति से पूर्व श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता एवं दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष, श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर (गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश) श्री श्री 1008 महंत श्री नारायण गिरी जी महाराज के पावन सान्निध्य में लाभार्थी परिवारों ने जसोल नगर पालिका सर्व समाज की कन्याओं का पूजन कर उन्हें फल-प्रसाद, अन्न-प्रसादम करवाकर दक्षिणा अर्पित की।
वहीं नवमी के शुभ अवसर पर मंदिर प्रांगण स्थित समस्त मंदिरों में पुष्प सजावट का पुण्य लाभ रणवीर सिंह सुपुत्र चंद्रभान सिंह राजावत, निवासी – सवाई माधोपुर, हाल निवास – जयपुर ने प्राप्त किया। जिसके तहत लाभार्थी परिवार की ओर से संपूर्ण मंदिर परिसर को आकर्षक एवं मनमोहक पुष्प सज्जा से अलंकृत किया गया।
नवमी पर अन्नपूर्णा प्रसादम का आयोजन लाभार्थी सुनील जी गौड़ (सुपुत्र स्व. मोतीलाल गौड़, निवासी बिसलपुर, हाल निवासी बनाड़ – जोधपुर) द्वारा किया गया। उन्होंने मंदिर प्रांगण स्थित समस्त मंदिरों में विधिवत भोग अर्पित कर दर्शनार्थ आए भक्तों को प्रसादी वितरित की।
वहीं गुरुवार को विजयादशमी (दशहरा) के शुभ अवसर पर मंदिर प्रांगण स्थित समस्त मंदिरों के शस्त्रों का पारंपरिक रीति-रिवाज एवं विधिविधान से पूजन किया जाएगा।