नवरात्रि पर 131 कन्याओं का पूजन एवं भोजन

जोधपुर। नवरात्रि के पावन अवसर पर, जोधपुर शहर में धार्मिक और सामाजिक सद्भाव का माहौल बना हुआ है। इसी कड़ी में, प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी एकता मंच द्वारा गली नंबर 3, रूप नगर द्वितीय में 131 कन्या भोज का भव्य आयोजन किया गया, जो इस बार और भी यादगार रहा। इस आयोजन को सफल बनाने में रूप नगर के निवासियों का विशेष सहयोग रहा, जो न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि सामाजिक एकता और बालिका सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देता है।
आयोजन में स्थानीय निवासियों का सराहनीय योगदान
इस भव्य उत्सव के पीछे रूप नगर के समर्पित व्यक्तियों की अथक मेहनत और उत्साह शामिल है। संजय माथुर, मधु सुधन लिम्बा, अमित परिहार, गौतम जैन, अंकुर बाहेती, नवीन पवार, नितिन परिहार, संजय भाटी, अभिषेक गांधी और मयंक जोहरी ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
महिलाओं का योगदान भी अनमोल रहा; सोनाली पंवार, पूर्णिमा लिम्बा, सरोज परिहार, रेखा भाटी, कविता बाहेती, रजनी माथुर, कंचन जैन, अरुणा परिहार और नेहा गांधी ने अपनी लगन से इसे विशेष बनाया।
इसके साथ ही, रूप नगर के बुजुर्गों—हनुमान जी बिश्नोई, सुनील जी माथुर, महिपाल जी धारीवाल, मुन्ना सा धारीवाल, प्रेम राज जी लिंबा, राजेंद्र जी फोफलिया, अणडाराम जी—की प्रेरणा और मार्गदर्शन ने इस आयोजन को एक नई ऊँचाई दी। युवाओं के जोश और ऊर्जा ने भी इस महाभोज को और भी यादगार बनाया।
कन्या पूजन का महत्व और उत्साह
नवरात्रि, जो इस वर्ष 22 सितंबर से 1 अक्टूबर तक चलेगी, हिंदू धर्म में देवी दुर्गा की आराधना का प्रमुख त्योहार है। इस दौरान कन्या पूजन की सदियों पुरानी परंपरा है, जहाँ युवा बालिकाओं को देवी का स्वरूप मानकर उन्हें आदरपूर्वक भोजन कराया जाता है।
एकता मंच के इस आयोजन में शुरू में 108 कन्याओं को आमंत्रित करने की योजना थी, लेकिन उत्साह और शुभता के साथ 131 कन्याएँ इस भोज में शामिल हुईं, जो विभिन्न आयु वर्ग की थीं। आयोजकों ने बताया कि 108 की संख्या शास्त्रों में पवित्र मानी जाती है, और 131 कन्याओं का आगमन इसे और भी शुभ बनाता है।
शिक्षा और स्वास्थ्य पर केंद्रित उद्देश्य
एकता मंच के सदस्य श्री संजय माथुर ने बताया, “हमारा उद्देश्य नवरात्रि के इस पवित्र अवसर पर समाज में एकता को मजबूत करना है। कन्या भोज के माध्यम से हम बालिकाओं के शिक्षा और स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।”
इस कार्यक्रम में 131 कन्याओं को स्वादिष्ट शाकाहारी भोजन जैसे पूरी, सब्जी, हलवा, फल और मिठाइयाँ के साथ-साथ उपहार भी दिए गए, जिसमें किताबें, स्टेशनरी और अन्य उपयोगी वस्तुएँ शामिल थीं।
कार्यक्रम की शुरुआत शाम 5 बजे से हुई। आयोजन स्थल गली नंबर 3 को भव्य रूप से सजाया गया था, जहाँ मंडप, फूलों की सजावट और धार्मिक संगीत की व्यवस्था ने माहौल को और भी रमणीय बना दिया। इसमें स्थानीय निवासियों, धार्मिक गुरुओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं की भागीदारी रही।
सामाजिक प्रेरणा का स्रोत
यह आयोजन जोधपुर के स्थानीय समुदाय के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन रहा है। निवासियों ने ऐसे कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि ये समाज में सकारात्मक ऊर्जा फैलाते हैं। एकता मंच, जो पिछले कई वर्षों से सामाजिक कार्यों में सक्रिय है, ने दानदाताओं और स्वयंसेवकों के सहयोग से इस महाभोज को सफल बनाया।
आयोजकों ने उन सभी लोगों से संपर्क करने का आग्रह किया है जो भविष्य में इस तरह के आयोजनों में भाग लेना या सहयोग करना चाहते हैं। उनका मानना है कि ऐसे आयोजन न केवल धार्मिक परंपराओं को जीवित रखते हैं, बल्कि समाज को एकजुट करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।