ट्रेन के जनरल डिब्बों के यात्रियों को रेलवे की बड़ी सौगात,बिना रिजर्वेशन के भी सफर हुआ आसान-छह सौ जीएस कोच रेलवे के बेड़े में शामिल

-आने वाले दो वर्षों में ऐसे दस हजार डिब्बों से लाखों यात्रियों का सफर बनेगा सुगम
-रेलवे ने जो कहा , कर दिखाया
नई दिल्ली,19 नवंबर। रेलवे ने ट्रेनों में बिना रिजर्वेशन सफर करने वाले यात्रियों को बड़ी सौगात देते हुए सामान्य श्रेणी के करीब छह सौ डिब्बों को अपने बेड़े में शामिल किया है जिससे भीड़ में सफर करने वाले यात्रियों को राहत मिलेगी।
इतना ही नही,रेलवे अगले दो वर्षों में सामान्य श्रेणी के ऐसे दस हजार से भी ज्यादा कोच देशभर की ट्रेनों में जोड़ने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है जिससे जनरल डिब्बों में सफर करने वाले लाखों यात्रियों का सफर और भी सुगम हो जाएगा।
रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक (सूचना व प्रचार) दिलीप कुमार ने मंगलवार को बताया कि सामान्य श्रेणी के यात्री रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल हैं। इस श्रेणी के यात्रियों को अधिकतम सुविधा मुहैया कराने की दिशा में रेलवे विभिन्न दिशाओं में कार्य कर रहा है। इसके तहत बीते जुलाई से अक्टूबर के तीन माह के दौरान जीएस श्रेणी के कुल 583 नये कोचों का निर्माण किया गया। साथ ही इन नवनिर्मित कोचोंं को 229 नियमित ट्रेनों में जोड़ा गया है।
उन्होंने बताया कि इससे रोजाना हजारों अतिरिक्त यात्रियों को लाभ मिल रहा है। नवंबर माह तक जीएस श्रेणी के कुल एक हजार से ज्यादा नये कोच तैयार होकर रेलवे के बेड़े में जुड़ जाएंगे। इन्हें 647 नियमित ट्रेनों में जोड़ा जाएगा। इन डिब्बों के शामिल होने से रोजाना करीब एक लाख अतिरिक्त सवारी रेल यात्रा के सफर का लाभ उठा पाएंगे।
रेल यात्रा के प्रति आमजनों की बढ़ती रुचि के अनुरूप सेवाओं का विस्तार
रेल यात्रा के प्रति आमजनों की लगातार बढ़ती रुचि और आकर्षण के मद्देनजर रेलवे भी तदनुरूप सुविधाओं के विस्तार को गति दे रहा है। इस क्रम में रेलवे ने बीते तीन माह में ही विभिन्न ट्रेनों में सामान्य श्रेणी (जीएस) के करीब छह सौ नये अतिरिक्त कोच जोड़े हैं। ये सभी कोच नियमित ट्रेनों में जोड़े गए हैं। इतना ही नहीं, चालू नवंबर माह में जीएस श्रेणी के ऐसे एक हजार से ज्यादा कोच करीब साढ़े छह सौ नियमित ट्रेनों में जोड़ दिए जााएंगे।
यात्री सुविधा के लिए रेलवे तेजी से कर रहा जनरल डिब्बों का निर्माण
सामान्य श्रेणी के यात्रियों की सुविधाओं के मद्देनजर नये जीएस कोचों का निर्माण तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि अगले दो वर्षों में रेलवे के बेड़े में ऐसे गैर-वातानुकूलित सामान्य श्रेणी के 10 हजार से ज्यादा जीएस कोचों को शामिल कर लिया जाएगा। इनमें छह हजार से ज्यादा जीएस कोच होंगे, जबकि बाकी डिब्बे स्लीपर श्रेणी के होंगे।
सभी जनरल कोच अत्याधुनिक एलएचबी होंगे
इतनी बड़ी संख्या में नॉन एसी कोचों के शामिल होने से सामान्य श्रेणी के करीब आठ लाख अतिरिक्त यात्री रोजाना रेल यात्रा का सफर कर पाएंगे। जीएस श्रेणी के ये नवनिर्मित तमाम कोच एलएचबी के होंगे । ये सफर को आरामदायक और सुविधाजनक बनाने के साथ-साथ सुरक्षित और द्रुत बनाने में भी मदद करेगी। पारंपरिक आईसीएफ़ रेल डिब्बों के मुकाबले ये नये एलएचबी कोच अपेक्षाकृत हल्के और मजबूत हैं। हादसे की स्थिति में इन कोचों में नुकसान भी कम से कम होगा।