सरकार के ढुलमुल रवैये से किसान परेशानः हंसराज पटेल

- किसानों को 7 माह से नही मिली आदान-अनुदान की राशि।
- पर्याप्त बिजली व डीएपी खाद नही मिलने से किसान परेशान।
बालोतरा। पर्याप्त बिजली, डीएपी खाद नही मिलने व आदान-अनुदान की राशि नही मिलने किसानों को रबी की सीजन देखते हुए जबरदस्त परेशानी का सामने करना पड़ रहा है।
भारतीय किसान संघ के प्रवक्ता हंसराज पटेल ने प्रदेश की राज्य सरकार पर टालमटोल कर किसानों को परेशान करने का आरोप लगाते हुए बताया कि इन दिनों रबी की सीजन चल रही है और संबंधित सहकारी समितियों की ओर से किसानों को डीएपी खाद मिलने से किसान चिंतित नजर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 की आदान-अनुदान की राशि पिछले 7 माह से किसानों को नही मिली है और 24 घण्टों में सिर्फ 4 घण्टे ही बिजली मुश्किल से मिल रही है। ऐसे में किसान बोई हुई पूरी फसल की निराई भी नही कर पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि किसानों की इन ज्वलंत समस्यायों को लेकर हाल ही में भारतीय किसान संघ ने क्षेत्र के बडी़ संख्या में किसानों को साथ लेकर जिला मुख्यालय बालोतरा पर जिला कलेक्टर का घेराव कर शांतिपूर्ण तरीके से समस्याओं से अवगत करवाया था, उस वक्त जिला कलेक्टर ने दीपावली तक किसानों के खाते में आदान-अनुदान की राशि जमा करवा दिये जाने के लिए आश्वस्त किया था। मगर दीपावली गुजरने के 15-20 दिन बाद भी आज तक खाते में आदान-अनुदान की राशि जमा नही होने के कारण किसान जिला कलेक्टर के ढुलमुल रवैये से क्षुब्ध है। किसान नेता हंसराज पटेल ने बताया कि वर्तमान में रबी की सीजन चल रही है। क्षेत्र के सभी काश्तकार खेतों में लगे हुए हैं। अगर समय पर आदान-अनुदान की राशि मिलती तो किसानों को काफी हद तक राहत मिलती है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की भाजपा सिर्फ और सिर्फ बडी़-बडी़ बातें ही कर रही है, धरातल पर क्षेत्र के किसानों का न तो कोई काम हो पा रहा है और न ही किसी समस्या का समाधान हो पाया है। पिछले 3 वर्षों से किसान अपने फसल बीमा की राशि समय पर नही मिलने परेशान हैं। वर्ष 2023 की आदान-अनुदान की राशि आश्वासन दिए जाने बावजूद अभी नही मिलने से किसान चिंतित नजर आ रहे हैं। किसान नेता पटेल ने जिला प्रशासन पर ढुलमुल रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए बताया कि भाजपा के जिला पदाधिकारी जगह-जगह टांग अडा़ रहे हैं और क्षेत्रीय विधायक गंगा दर्शन में व्यस्त है। वहीं क्षेत्र का आवाम और किसान विभिन्न समस्याओं से त्रस्त है। आखिर कब मिलेगी आमजन और किसानों को समस्याओं से निजात।