भक्तों की रक्षा के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने उठाया गोवर्धन पर्वत – जगतगुरु श्रीरामदिनेशाचार्य
पूज्य जगतगुरु श्रीरामदिनेशाचार्य ने श्रीमद भागवत कथा में बताया गोवर्धन पूजा का महत्व
झाँसी – श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ कथा में आज पंचम दिवस श्री गौड़ बाबा सिद्धाश्रम खातीबाबा पर कथा श्रवण कराते हुए पूज्य जगतगुरु श्री राम दिनेशाचार्य जी महाराज ने कहा कि महाराज ने कहा कि भक्तों की रक्षा के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठाया था और बताया कि भगवान इन्द्र जब प्रकोप में थे तब उन्होंने वर्षा करके कहर बरपाया। चारों ओर हाहाकार मच गई। गांव जलमग्न होने लगे तब भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उंगली पर उठा लिया। इससे गांव के सभी लोग गोवर्धन पर्वत के नीचे आ गए और वहां शरण ली। भगवान श्रीकृष्ण ने इन्द्र का मान नष्ट करके गिर्राज पूजा कराई थी। तब सभी बृजवासियों ने गोवर्धन पहुंचकर गोवर्धन पर्वत का पूजन किया और 56 भोग लगाया। उन्होंने कहा कि आज भी वृदांवन में बांके बिहारी को दिन में आठ बार भोग लगाया जाता है। पूरे सात दिन भगवान श्रीकृष्ण ने भूखे प्यासे गोवर्धन पर्वत को उठाए रखा था। उन्होंने कहा कि मन से नमन और मन से मनन करेंगे तो जिंदगी की सारी समस्याओं का हनन हो जाएगा। व इस मौके पर गोवर्धन लीला की झांकी भी सजाई गई। कथा के दौरान गोवर्धन पूजन का उत्सव बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया। संगीतमय कथा के दौरान भजनों पर पांडाल में उपस्थित श्रद्धालु ने भजनों पर नृत्य किया। तथा भागवत पूजन धर्मगुरु आचार्य पं.हरिओम पाठक महानगर धर्माचार्य,पं.चंद्रप्रकाश तिवारी (लल्लन महाराज) मण्डलाचार्य, पं.पुष्पेंद्र दुबे जी महाराज भागवताचार्य व मुख्य परीक्षित श्रीमती उर्मिला रामस्वरूप गुप्ता ने किया। तथा इस अवसर पर मुख्य रूप से पं.मैथलीशरण मुदगिल,पं.अनिल सुडेले,रामआसरे गुप्ता,पियूष रावत,इंजी.शशिकांत द्विवेदी,ए.के.सोनी,रामबाबू यादव,दिलीप मुदगिल,राम कुशवाहा,गनेश खरे,बृजेन्द्र श्रीवास्तव,हेतराम सविता रामायणी,आदेश चतुर्वेदी,कन्हैयालाल सीताराम यादव,नीरज राय,वीरेंद्र कुशवाहा,बी.के.आनंद, नितिन चतुर्वेदी,प्रवीण शास्त्री,आलोक शास्त्री,हरिओम शास्त्री,रिछारिया महाराज,हिर्देश चतुर्वेदी रानू महाराज आदि भक्तगण उपस्थित रहे व कार्यक्रम का संचालन मुख्य संचालक पं.सियारामशरण चतुर्वेदी ने किया। अंत मे आभार ज्ञापन मुख्य संयोजक आचार्य विनोद चतुर्वेदी ने किया।
