टैक्सी ड्राइवर मेवा लाल ने मोबाइल लौटा कर दिखाई ईमानदारी,यात्री ने की तारीफ
मोबाइल ट्रैफिक एस आई शशीकांत की मौजूदगी में यात्री को सुपुर्द किया गया
झांसी! आज भी इस समय में कहीं न कहीं किसी के अंदर ईमानदारी जिंदा है। इसकी एक मिसाल झांसी के टैक्सी ड्राइवर मेवा लाल ने दी है मेवा लाल टैक्सी चलाता है मंगलवार को वह अपनी टैक्सी झांसी के कानपुर चुंगी को गया किसी यात्री का कीमती मोबाइल फोन गाड़ी में ही गिर गया मेवा लाल को घर पहुंचने पर जैसे ही गाड़ी में मोबाइल दिखा तो उसने लौटाने के लिए ट्रैफिक टी एस आई शशिकांत की मदद से मोबाइल स्वामी को तलाशना शुरू कर दिया मोबाइल से यात्री से संपर्क साधा और उनके बारे पूरी जानकारी जुटाई जानकारी करने पर यात्री मोबाइल स्वामी अंशु को ईमानदारी पूर्वक उनका मोबाइल ट्रैफिक एस आई शशीकांत की मौजूदगी में सुपुर्द किया गया मेवालाल की ईमानदारी देख सभी यात्री ने उसकी प्रशंसा किए बिना नहीं रहे और कहने लगे कि झांसी को यूं ही झांसी नहीं कहा जाता, सच में झांसी में आज भी इंसानियत जिंदा है इस दौरान ट्रैफिक एस आई शशीकांत टैक्सी ड्राइवर मेवा लाल यात्री मोबाइल स्वामी अंशु ट्रैफिक कर्मी आदि लोग उपस्थित रहे
